Medical Support & Examinations – Hindi

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मेडिकल सहायता और जांच

डिसक्लेमर: इस गाइड का मकसद पेशेवर सहायता, सलाह, या इलाज करना नहीं है. यह गाइड किसी भी रूप में उस प्रक्रिया की जगह नहीं ले सकती.

भारत में मेडिकल केंद्रों में मौजूद सुविधाएँ और प्रक्रियाएँ मानकीकृत यानी एक सी नहीं हैं. यानी सभी केंद्र समान प्रक्रियाओं का पालन नहीं करते हैं. हालांकि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने यौन हिंसा के शिकार लोगों की मेडिको-लीगल (डॉक्टरी और कानूनी) ज़रूरतों को लेकर दिशानिर्देश और प्रोटोकॉल जारी किए हैं, लेकिन सभी सुविधा-केंद्रों ने इन्हें लागू नहीं किया है. इस सेक्शन को उन पेशेवरों के साथ बातचीत और इंटरव्यू के आधार पर बनाया गया है जो सरकारी दिशानिर्देशों और प्रोटोकॉल को लागू करने का काम करते हैं. ज़रूरी नहीं कि इससे आपको उन चुनौतियों का पूरा और सही ब्यौरा मिले जिनका सामना आपको मेडिकल सहायता लेने के दौरान करना पड़ सकता है.

ट्रिगर की चेतावनी: ट्रिगर शब्द का मतलब है ऐसी कोई बात या घटना, जो कि सी चीज़ का नकारात्मक कारण बन सकती है. इस टूलकि ट में कुछ शब्द ऐसे हैं जो यौन हिंसा पीड़ितों के लिए दुखद हो सकते हैं यानी उनके लिए ट्रिगर का काम कर सकते हैं. इसका मतलब है उन शब्दों या वाक्यों को पढ़ने से पीड़ित या तो असहज महसूस कर सकते हैं या फिर चिंतित हो सकते हैं. ये ट्रिगर उन्हें खराब लगने वाली स्मृति यों में वापस ले जा सकते हैं. इस टूलकि ट को पढ़ते समय अगर कि सी को यह अनुभव होता है, तो एक ग्राउंडिंग एक्सरसाइज़ के ज़रिए वो तुरंत बेहतर महसूस कर सकते हैं.

अपनी आँखें बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें. अपने आप को बताएं कि आप सुरक्षित हैं और आप ठीक हैं. अपनी सांस का इस्तेमाल, मौजूदा समय के बारे में सोचने और इस समय में खुद पर ध्यान केंद्रित करने के लिए करें. ऐसा आप जितनी बार करना चाहें कर सकते हैं, या नियमित अंतराल पर करें. यह ज़रूरी नहीं आप इस टूलकि ट या गाइड को खुद पढ़ें. आप ऐसे कि सी व्यक्ति के साथ बैठकर इसमें लिखी जानकारी को समझ सकते हैं जो आपके करीब हो और आपके लिए विश्वसनीय हो.

सर्वाइवर्स टूलकिट  |  मेडिकल सहायता और जांच  |  सामान्य प्रश्न 

यौन हिंसा या यौन शोषण, पीड़ित व्यक्ति को शारीरिक,  मानसिक और भावनात्मक रूप से नुकसान पहुंचा सकता है. यदि आप यौन हिंसा से उबर रहे हैं, तो अंदरूनी या बाहरी चोट के लक्षण न होने की स्थिति में भी डॉक्टर से ज़रूर मिलें और उनकी सलाह लें. मेडिकल जांच, सेक्स जनित संक्रमणों (एसटीआई), गर्भावस्था या दूसरी समस्याओं से जुड़े टेस्ट और इलाज का मुफ्त लाभ उठाने में मददगार होगी. डॉक्टर, आपकी चोटों की मुफ्त जांच और इलाज करेंगे.  

यौन हमला अगर बचपन में हुआ है, या फिर पहले कभी जब आप मेडिकल जांच या इलाज नहीं करा पाए, तब आप शारीरिक रूप से भले ही ठीक हों, लेकिन फिर भी आपको पेशेवर या डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए ताकि आप इमोशनल और साइकोलॉजिकल रूप से स्वस्थ महसूस करें.

अगर आप यौन हमले के बारे में पुलिस को सूचित करने का मन बना रहे हैं तो डॉक्टर आपको हिंसा और हमले के सबूत जुटाने में मदद कर सकते हैं, जो आगे चलकर कानूनी कार्रवाई के दौरान मददगार साबित होंगे. ज़्यादातर मेडिकल केंद्र जांच के लिए आपके शरीर से लिए गए नमूनों को कुछ समय तक सहेजकर रखते हैं. इस तय समय के दौरान आप पुलिस केस फाइल करने को लेकर फैसला कर सकते हैं.

अगर आप अट्ठारह साल (या उससे अधिक उम्र) के हैं, तो नियम के मुताबिक, आप मेडिकल जांच के बाद यौन हमले की पुलिस रिपोर्ट करने के लिए बाध्य नहीं हैं. साथ ही याद रखें कि मेडिकल जांच के दौरान आप किसी भी तरह की जांच के लिए मना कर सकते हैं. किसी चीज़ को अगर आप नहीं चाहते तो उसके लिए मना करने का आपको पूरा अधिकार है.

अगर आप नाबालिक हैं (अट्ठारह साल से कम) तो डॉक्टर या ऐसा कोई भी व्यक्ति जिससे आप मदद ले रहे हैं, उनके लिए यौन हिंसा या दुर्व्यवहार की घटना को रिपोर्ट करना क़ानूनन ज़रूरी है. अगर आप या आपके माता-पिता मामले को आगे बढ़ाना या पुलिस रिपोर्ट दर्ज करना नहीं चाहते तो इसके लिए भी कुछ नियम और प्रक्रियाएँ हैं.

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