अपनी भावनाओं और प्रतिक्रियाओं को समझना
डिस्केमलर: इस गाइड का मकसद पेशेवर सहायता, सलाह, या इलाज करना नहीं है. यह गाइड किसी भी रूप में उस प्रक्रिया की जगह नहीं ले सकती.
ट्रिगर की चेतावनी: ट्रिगर शब्द का मतलब है ऐसी कोई बात या घटना, जो किसी चीज़ का नकारात्मक कारण बन सकती है. इस टूलकिट में कुछ शब्द ऐसे हैं जो यौन हिंसा पीड़ितों के लिए दुखद हो सकते हैं यानी उनके लिए ट्रिगर का काम कर सकते हैं. इसका मतलब है उन शब्दों या वाक्यों को पढ़ने से पीड़ित या तो असहज महसूस कर सकते हैं या फिर चिंतित हो सकते हैं. ये ट्रिगर उन्हें खराब लगने वाली स्मृतियों में वापस ले जा सकते हैं. इस टूलकिट को पढ़ते समय अगर किसी को यह अनुभव होता है, तो एक ग्राउंडिंग एक्सरसाइज़ के ज़रिए वो तुरंत बेहतर महसूस कर सकते हैं.
भावनाएं और प्रतिक्रियाएँ
पीड़ित व्यक्ति पर यौन हिंसा का शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक असर हो सकता है.
हो सकता है कि वो महसूस करे:
व्यवहार में बदलाव: गुस्सा, चिड़चिड़ापन, दूसरों से दुश्मनी का भाव, ज़रूरत से ज़्यादा सतर्कता और सावधानी का भाव, खुद को नुकसान पहुंचाने की भावना या फिर सामाजिक अलगाव.
मानसिक या मनोवैज्ञानिक बदलाव: फ्लैशबैक यानी बीते समय का बार-बार याद आना, डर, गंभीर चिंता या हर किसी पर अविश्वास.
व्यवहार और मन की स्थिति में बदलाव: अलग-अलग तरह के कामों से अरुचि या उनके प्रति मन में ग्लानि का भाव और अकेलापन, अनिद्रा या लगातार बुरे सपने आना. इसके अलावा, भावनात्मक रुप से अलगाव महसूस करना और मन में अनचाहे विचार आना भी कई बार पीड़ित को परेशान करता है.
निद्रा: अनिद्रा या बुरे सपने आना
आदि: भावनात्मक रुप से अलगाव महसूस करना मन में अनचाहे विचार
सदमे या आघात की कुछ सामान्य दिमाग़ी और भावनात्मक प्रतिक्रियाएँ होती हैं, जैसे डर, गुस्सा या फिर गंभीर किस्म की चिंता. इस सेक्शन को पढ़ते समय, यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि यौन हिंसा से उबरा हर एक व्यक्ति अपनी पीड़ा और प्रतिक्रियाओं में अलग है. ऐसे में अपने विचारों और भावनाओं को लेकर उलझन महसूस करना अजीब बात नहीं है.
कुछ भावनाएं और अनुभव सभी के लिए समान हो सकते हैं, जैसे-
- उदास महसूस करना
- भावनाओं का आवेग या भावनाओं का टकराव महसूस करना
- रोज़मर्रा के काम करने में भी मुश्किल का एहसास
- मन परेशान रहना
- हर समय चिंता का भाव
- बुरे सपने या पुराने घटनाक्रम का लगातार याद आना
- अत्यंत सतर्कता और सावधानी का भाव
- आसानी से सकते में आ जाना
- नींद बाधित होना
- भूख का क्रम बिगड़ना
- काम में मन न लगना और उत्साह की कमी
- असमंजस और अनिश्चितता
- अपने जीवन और विचारों पर नियंत्रण खोने का एहसास
- अपराध बोध और आत्मग्लानि
- सेक्स के प्रति उत्साह और रुचि में कमी